संसार में सब अपूर्ण ही रहेगा, तुम इसके मध्य पूर्ण रहो || आचार्य प्रशांत (2019)
2019-11-28
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वीडियो जानकारी:
खुला सत्र
2 सितम्बर, 2019
अद्वैत बोधस्थल, ग्रेटर नॉएडा
प्रसंग:
संतोष का वास्तविक अर्थ क्या है?
इंसान तृप्त क्यों नही हो पाता?
क्या दुनियां में पूर्णता मिल सकती है?
संगीत: मिलिंद दाते